यह शिविर महिलाओं के स्वास्थ्य के प्रति जागरूकता बढ़ाने और उन्हें आवश्यक स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान करने के लिए आयोजित किया गया था। हम महिलाओं को उनके स्वास्थ्य का ध्यान रखने और नियमित रूप से स्वास्थ्य जांच करवाने के लिए प्रोत्साहित करते हैं।
पीएमसीएच में मरीजों की भारी भीड़ के बावजूद, आपके स्वास्थ्य के प्रति हमारी प्रतिबद्धता अटूट है। डॉक्टरों, नर्सों और सहायक कर्मचारियों की हमारी समर्पित टीम हर मरीज को सर्वोत्तम संभव देखभाल प्रदान करने के लिए अथक प्रयास कर रही है। हम आपके द्वारा अनुभव किए जा रहे लंबे इंतजार के समय और निराशा को समझते हैं, और किसी भी असुविधा के लिए हम ईमानदारी से माफी मांगते हैं।
52 वर्षीय मरीज को हेपैटिक एन्सेफैलोपैथी नामक गंभीर बीमारी से पीएमसीएच में नया जीवन मिला। मरीज 20 साल से शराब का सेवन कर रहा था। 22 दिनों के इलाज के बाद मरीज पूर्ण रूप से स्वस्थ हो गया है।
शहर में चिकित्सकों ने 3 साल की बच्ची की श्वास नली में फंसे मक्के के दाने को ऑपरेशन कर निकाला और उसकी जान बचाई है. एमपी के मंदसौर निवासी 3 बर्षीय बच्ची रियॉसी ने मक्के का दाना निगल लिया जो बच्ची की श्वास नली में फंस गया. जिसके कारण उसे लगातार खांसी और सीने में दर्द के साथ साथ श्वास लेने में दिक्कत होने लगी. बच्चे की ऐसी स्थिति को देखते हुए परिजन उसे तुरन्त पीएमसीएच की इमरजेन्सी में लेकर आए. इमरजेन्सी में कान, नाक एवं गला रोग विशेषज्ञ डॉ शिव कौशिक ने तुरन्त बच्चे की जांच करने पर पता चला कि बच्ची के दोनो फेफड़ों के बीच में श्वास नली में कुछ बीज जैसा फंसा हुआ है. जिसकी वजह से उसे श्वास लेने में तकलीफ हो रही है. बच्ची का तुरन्त ऑपरेशन करना जरूरी था. चिकित्सकों की टीम ने बिना समय गंवाए बच्ची की बॉन्कोस्कापी करने का निर्णय लिया एवं सफलता पूर्वक मक्के के दाने को निकाल लिया गया. इस सफल ऑपरेशन में कान, नाक एवं गला रोग विभाग के डॉ एसएस कौशिक, डॉ रिचा गुप्ता, डॉ प्रकाश औदित्य, डॉ समीर गोयल एवं टीम का सहयोग रहा.
मेडिकल चिकित्सा के क्षेत्र में लगातार उपलब्धियां हासिल कर रहे उदयपुर के भीलों का बेदला स्थित पेसिफिक मेडिकल कॉलेज एवं हॉस्पिटल के प्रसूति एवं स्त्री रोग विभाग में एक महिला ने तीन बच्चों को जन्म दिया। ये बच्चें गर्भावस्था के 34वें सप्ताह में नियत तारीख से 6 सप्ताह पहले समय से पहले पैदा हुए थे। प्रसूति एवं स्त्री रोग विभाग की विभागघ्यक्ष एवं ऑपरेटिंग सर्जन डॉ. राजरानी शर्मा ने बताया की पीएमसीएच में सिजेरियन सेक्शन द्वारा बिना किसी जटिलता के तीन बच्चों का जन्म हुआ। शिशुओं का वजन 1.84 किलोग्राम, 1.65 किलोग्राम और 1.49 किलोग्राम था। गर्भावस्था अत्यधिक जोखिमपूर्ण थी क्योंकि माँ गर्भकालीन मधुमेह,प्री एक्लम्पसिया,एनीमिया और हाइपोथायरायडिज्म का आदि समस्याओं से ग्रसित थी।
एक महिला को अपने जीवन मे कई सारे बदलावों का सामना करना पड़ता है। ऐसे में इस दौरान महिलाओं के स्वास्थ्य के प्रति जन जागरूकता लाने के मकसद से पेसिफिक मेडिकल काॅलेज एण्ड हास्पिटल के प्रसूति एवं स्त्री रोग विभाग की ओर से सुरक्षित मातृत्व,(प्रसव पूर्व एवं प्रसव उपरान्त) सर्वाइकल कैंसर, बांझपन और रजोनिवृत्ति जैसे विषयों पर पुस्तिकाओ का विमोचन पेसिफिक मेडिकल यूनिवर्सिटी, उदयपुर के चेयरपर्सन राहुल अग्रवाल,पीएमसीएच के एक्जिक्यूटिव डाॅयरेक्टर अमन अग्रवाल,प्रसूति एवं स्त्री रोग विभाग की विभागाध्यक्ष एवं वरिष्ठ प्रोफेसर डॉ. राजरानी शर्मा ने किया। विमोचन पर राहुल अग्रवाल ने कहा कि ये पुस्तिकाएं अस्पताल के प्रसवपूर्व,बांझपन और रजोनिवृत्ति क्लीनिकों में आने वाले मरीजों के बीच जागरूकता पैदा करने के लिए एक बड़ा कदम हैं।
महिलाओं में बच्चेदानी के मुॅह के यानि सर्विक्स कैंसर के इलाज में कारगार कोल्पोस्कॉपी पर पेसिफिक मेडिकल कॉलेज एवं हॉस्पिटल के स्त्री एवं प्रसूति रोग विभाग की ओर से एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया। कार्यशाला का उद्घाटन पीएमसीएच के चेयरमेन राहुल अग्रवाल,सीईओ शरद कोठारी,पीएमयू के वाइस चॉसलर डॉ.एम.एम.मंगल,एडवाईजर टू चेयरमेन डॉ.ए.पी.गुप्ता, पीएमसीएच के चिकित्सा अधीक्षक ब्रिगेडियर डॉ.आर.के. सिंह, अहमदाबाद की स्त्री रोग विशेषज्ञ एवं कैंसर सर्जन डॉ.अंजना चौहान, स्त्री रोग ऑन्कोलॉजिस्ट डॉ. रौनक भंसाली और स्त्री एवं प्रसूति रोग विभाग की विभागाध्यक्ष एवं वरिष्ठ स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉ.राजरानी शर्मा ने दीप प्रज्ज्वलन करके किया।
पेसिफिक मेडिकल कॉलेज एण्ड हॉस्पिटल के मेडिसिन विभाग ने लिवर एब्सेस से पीड़ित 41 वर्षीय मरीज के लिवर से एक लीटर से ज्यादा मवाद निकाल कर उसे भविष्य में होने वाले गंभीर बीमारी से बचाया। मरीज पिछले 6 महीने से छाती में दर्द, पेट दर्द, बुखार और पसीना आने की समस्या से पीड़ित था। डॉ. वीरेन्द्र गोयल की टीम ने रेडियोलॉजी विभाग की मदद से बिना ऑपरेशन किए मरीज के लिवर से पिगटेल नली लगाकर लगभग एक लीटर से अधिक मवाद निकाली गई। मरीज अभी पूरी तरह से स्वस्थ्य है एवं उसे छुट्टी दे दी गई है |
पेसिफिक मेडिकल कॉलेज एण्ड हॉस्पिटल एवं पेसिफिक कॉलेज ऑफ फिजियोथेरेपी के संयुक्त तत्वाधान में विश्व गुर्दा दिवस 14 मार्च 2024 के अवसर पर आमजन में जागरूकता लाने के लिए रन फोर किडनी एवं किडनी हैल्थ जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम संयोजक डॉ. मोहित नरेड़ी ने बताया कि इस जागरूकता कार्यक्रम की शुरुआत फतहसागर पर किडनी हेल्थ फोर ऑल थीम पर एक मैराथन दौड़ का आयोजन कर कि गई इस मैराथन दौड को पीएमसीएच के चेयरमैन राहुल अग्रवाल, ऐक्जिक्यूटिव डॉयरेक्टर अमन अग्रवाल, ने झण्डी दिखाकर रवाना किया
पेसिफिक मेडिकल कॉलेज एण्ड हॉस्पिटल के वक्ष एवं क्षय रोग विभाग के चिकित्सकों की टीम में 54वर्षीय महिला के फेफड़े में फंसे चने के दाल जैसे टुकडें को निकाल कर नया जीवन दिया।
पेसिफिक मेडिकल कॉलेज और हॉस्पिटल के बाल एवं शिशु रोग विभाग की ओर से एक दिवसीय बेसिक लाइफ सपोर्ट पाठ्यक्रम पर कार्यशाला आयोजित हुई। कार्यशाला का शुभारंभ अस्पताल के कार्यकारी निदेशक अमन अग्रवाल, सीईओ शरद कोठारी, प्रिसिंपल डॉ. एम.एम मंगल, चिकित्सा अधीक्षक डॉ. आर. के. सिंह, बाल एवं शिशु रोग विभाग के डॉ. सुधीर मावड़िया और आई.ए.पी उदयपुर के अध्यक्ष डॉ. भूपेश जैन ने किया |
Renowned motivational speaker, Mohan, is set to deliver a compelling lecture on the topic "Equality and Service: Essential Elements for Harmony in Life" at Pacific Medical College and Hospital (PMCH) in Udaipur on February 3rd. The event, scheduled for 10 am, will be inaugurated by Dr. M. M. Mangal, the principal of PMCH. Describing Mohan as a global humanist dedicated to promoting selflessness over selfishness across generations, Dr. Mangal emphasized Mohan's mission to instill compassion in the hearts of people. Mohan firmly believes that humanity is the best religion for mankind, and non-violence is the finest practice in thoughts, words, and actions.