पेसिफिक कॉलेज ऑफ फिजियोथेरेपी के छात्र-छात्राओं ने बड़ी स्थित नारायण सेवा संस्थान का शैक्षणिक भ्रमण किया। इस भ्रमण का उद्देश्य छात्रों को दिव्यांग जनों के लिए किए जा रहे कार्यों, उनकी चिकित्सा सेवाओं और उनके पुनर्वास कार्यक्रमों के बारे में जानकारी प्रदान करना था।
उदयपुर के PMCH अस्पताल में विशेषज्ञ डॉक्टरों की मेहनत और सूझबूझ से 38 वर्षीय मरीज की आंखों की रोशनी बचाई गई। मस्तिष्क के पास पहुंची लोहे की वस्तु को सफल ऑपरेशन के जरिए निकाला गया। यह सफलता हमारे डॉक्टर्स की निपुणता और समर्पण का प्रमाण है। PMCH की टीम को बधाई!
सुंदर और स्वस्थ मुस्कान, पीएमसीएच की पहचान! 18 वर्षीय युवती को सर्जरी के माध्यम से दिया नया आत्मविश्वास और खुशहाल जीव
स्पंदन सांस्कृतिक महोत्सव में PMCH के विद्यार्थियों ने अपनी कला का बेहतरीन प्रदर्शन किया! उनका समर्पण और उत्साह दर्शाता है कि जब रचनात्मकता और मेहनत मिलते हैं, तो हर कोई एक स्टार बन सकता है!
विश्व मधुमेह दिवस पर पीएमसीएच द्वारा आयोजित विशेष वाकायोन में लोगों को मधुमेह और लकवा से बचाव का संदेश दिया गया। सेहत का ख्याल रखना है तो जागरूक रहना है! हमारा मिशन है हर किसी को स्वस्थ जीवन की ओर प्रेरित करना। इस तरह की पहल से हम एक स्वस्थ समाज की ओर कदम बढ़ा रहे हैं।
पीएमसीएच में एंडोस्कोपी और ईआरसीपी कार्यशाला का सफल आयोजन! स्वास्थ्य सेवाओं में नवीनतम तकनीकों का प्रशिक्षण, विशेषज्ञों के मार्गदर्शन में हुआ। इस कार्यशाला के माध्यम से हमारी टीम ने नए कौशल सीखे और बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान करने का संकल्प लिया।
पीएमसीएच के डॉक्टरों ने किया असंभव को संभव! 983 ग्राम के प्रीमेच्योर बेबी का सफल ऑपरेशन कर उसे दिया नया जीवन। यह सफलता पीएमसीएच की उत्कृष्ट चिकित्सा सेवाओं का प्रमाण है। हमारी टीम का यह समर्पण और प्रयास हमें गर्व से भर देता है।
पीएमसीएच उदयपुर में 3 साल की बच्ची की जान बचाई गई, जिसने गलती से सुपारी निगल ली थी। हमारी मेडिकल टीम ने बिना सर्जरी के दूरबीन द्वारा सुपारी को सफलतापूर्वक निकाल कर बच्ची को नई जिंदगी दी। बिना सर्जरी के सुरक्षित इलाज उन्नत तकनीक और विशेषज्ञ डॉक्टर पीएमसीएच उदयपुर में हम हर मरीज को सबसे बेहतर और उन्नत चिकित्सा सेवाएं प्रदान करते हैं।
पेसिफिक कॉलेज ऑफ फिजियोथेरेपी में नशा मुक्त भारत अभियान के तहत शानदार पोस्टर प्रतियोगिता का आयोजन किया गया! हमारे छात्रों ने अपनी रचनात्मकता और जागरूकता से नशे के खिलाफ लड़ाई में योगदान दिया है। इस पहल के माध्यम से, हम स्वस्थ और नशा मुक्त समाज के निर्माण के लिए संकल्पित हैं।
Pacific Hospital ने दुर्लभ बीमारी ट्राइकोबीजोर से पीड़ित मरीज की सफल सर्जरी कर चिकित्सा जगत में एक और सफलता हासिल की। हमारी विशेषज्ञ टीम ने असंभव को संभव बनाया, और रोगियों के स्वास्थ्य के प्रति हमारी प्रतिबद्धता अटूट है।
पेसिफिक हॉस्पिटल के चिकित्सकों ने मलेरिया से जूझ रहे मरीज को नया जीवन दिया! उनके समर्पण और कुशलता से एक और जीवन सुरक्षित हुआ। हमें गर्व है हमारे डॉक्टरों पर, जो हर दिन लोगों की जान बचाने के लिए प्रतिबद्ध हैं।
पीएमसीएच में चिकित्सा का एक और सफल कदम! जन्मजात रीढ़ की हड्डी के टेढ़ेपन से पीड़ित बच्चे की स्कोलियोसिस सर्जरी सफलतापूर्वक संपन्न की गई। हमारा समर्पण आपके स्वास्थ्य और खुशहाल जीवन के लिए!
कैन्सर रोगियों के लिए इम्यूनोथैरेपी बनी आशा की नई किरण! डॉ. एमबी अग्रवाल का मानना है कि इस थैरेपी से कई मरीजों को जीवनदान मिला है। जानिए कैसे इम्यूनोथैरेपी कैन्सर के खिलाफ जंग में एक प्रभावी हथियार साबित हो रही है।
Bahut khushi ki baat hai ki humari team ne ek maa aur unke 3 bachon ki nazar wapas laayi free cataract surgery ke zariye. Nazron mein roshni, zindagi mein khushiyaan – yehi hai PMCH ka mission!
पेसिफिक मेडिकल कॉलेज एवं हॉस्पिटल (PMCH) को एनएबीएच के 5वें संस्करण की पूर्ण मान्यता प्राप्त हुई है! यह मान्यता हमारे मरीजों को सर्वोच्च स्तर की सुरक्षा और गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान करने के प्रति हमारी प्रतिबद्धता का प्रमाण है। हम उदयपुर और दक्षिणी राजस्थान के लोगों को विश्वस्तरीय चिकित्सा सुविधाएं किफायती दरों पर उपलब्ध कराने के लिए निरंतर समर्पित हैं। आपका विश्वास हमारी ताकत है, और हम आपके लिए बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं देने के लिए प्रतिबद्ध हैं।
पेड़ लगाओ, पर्यावरण बचाओ! राहुल अग्रवाल जी का 50,000 पेड़ लगाने का संकल्प हमें प्रेरित करता है। आइए, इस हरित क्रांति में हम भी अपना योगदान दें और बेदला पहाड़ी क्षेत्र को हरा-भरा बनाएं।
बाल एवं शिशु रोग विशेषज्ञों की कॉन्फेस 'लेकसिटी पिडक्रिटकॉन 2024' की सफलता की कहानी! इस कार्यक्रम में विशेषज्ञों ने नवीनतम ट्रेंड्स, शोध, और इलाज की विधियों पर चर्चा की। एक बेहतरीन मंच, जहाँ ज्ञान और अनुभव का आदान-प्रदान हुआ।
पीएमसीएच में बच्चों के स्वास्थ्य को लेकर बड़ी चर्चा! लेकसिटी पिडक्रिटकॉन 2024 का आगाज।
उदयपुर के पैसिफिक मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल (PMCH) ने पर्यावरण संरक्षण के लिए 'एक पेड़ मां के नाम' अभियान के तहत 21 पेड़ लगाए। इस पहल से ग्लोबल वार्मिंग कम होगी और आने वाली पीढ़ियों को स्वच्छ वातावरण मिलेगा।
Over 250 specialists will join us for a two-day conference on August 9-10 at the "Lactic Pediatric Congress 2024" in Udaipur.
We are thrilled to share the news of a successful surgery performed at PMCH! Our skilled medical team has achieved a remarkable milestone by performing a complex esophageal duplication cyst surgery on a 7-month-old baby. This significant achievement highlights our commitment to providing exceptional medical care and innovative treatments. Congratulations to our dedicated doctors and medical staff for their hard work and expertise
PMCH,उदयपुर के डॉक्टरों ने 2 साल की चेतना को नया जीवन दिया। चेतना को गंभीर स्वास्थ्य समस्या थी, जिसे सर्जरी के माध्यम से सफलतापूर्वक ठीक किया गया। डॉक्टर अल्का माथुर और डॉ. एस.पी. सिंह के नेतृत्व में डॉ. उमेश, डॉ. सोफिया, डॉ. ईशान और डॉ. निधि सहित टीम ने यह महत्वपूर्ण सर्जरी की। चेतना के माता-पिता ने डॉक्टरों का आभार व्यक्त किया और अस्पताल के प्रशासन ने सफल इलाज पर खुशी जताई।
उदयपुर में PMCH स्ट्रोक और एक्स कॉन्फ्रेंस 2024 रिहेबिलिटेशन की आधुनिक तकनीक एवं सिरदर्द के कारणों पर मंथन!
11वीं उदयपुर कॉन्कॅस ऑन स्ट्रोक एंड एक्स आयोजित हो रहा है, जहाँ मस्तिष्क रोग विशेषज्ञ, न्यूरो रिहेबिलिटेशन एक्सपर्ट्स और चिकित्सक शिरकत करेंगे। यह एक अद्भुत अवसर है जहाँ आप: स्ट्रोक और एक्स के बारे में नवीनतम जानकारी प्राप्त कर सकते हैं। मस्तिष्क रोगों की रोकथाम और प्रबंधन के बारे में जान सकते हैं। विशेषज्ञों से अपने प्रश्नों का उत्तर प्राप्त कर सकते हैं। अन्य चिकित्सकों और रोगियों से जुड़ सकते हैं। यह कार्यक्रम सभी के लिए खुला है, इसलिए यदि आप मस्तिष्क स्वास्थ्य में रुचि रखते हैं, तो आज ही शामिल हों!
यह शिविर महिलाओं के स्वास्थ्य के प्रति जागरूकता बढ़ाने और उन्हें आवश्यक स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान करने के लिए आयोजित किया गया था। हम महिलाओं को उनके स्वास्थ्य का ध्यान रखने और नियमित रूप से स्वास्थ्य जांच करवाने के लिए प्रोत्साहित करते हैं।
पीएमसीएच में मरीजों की भारी भीड़ के बावजूद, आपके स्वास्थ्य के प्रति हमारी प्रतिबद्धता अटूट है। डॉक्टरों, नर्सों और सहायक कर्मचारियों की हमारी समर्पित टीम हर मरीज को सर्वोत्तम संभव देखभाल प्रदान करने के लिए अथक प्रयास कर रही है। हम आपके द्वारा अनुभव किए जा रहे लंबे इंतजार के समय और निराशा को समझते हैं, और किसी भी असुविधा के लिए हम ईमानदारी से माफी मांगते हैं।
52 वर्षीय मरीज को हेपैटिक एन्सेफैलोपैथी नामक गंभीर बीमारी से पीएमसीएच में नया जीवन मिला। मरीज 20 साल से शराब का सेवन कर रहा था। 22 दिनों के इलाज के बाद मरीज पूर्ण रूप से स्वस्थ हो गया है।
शहर में चिकित्सकों ने 3 साल की बच्ची की श्वास नली में फंसे मक्के के दाने को ऑपरेशन कर निकाला और उसकी जान बचाई है. एमपी के मंदसौर निवासी 3 बर्षीय बच्ची रियॉसी ने मक्के का दाना निगल लिया जो बच्ची की श्वास नली में फंस गया. जिसके कारण उसे लगातार खांसी और सीने में दर्द के साथ साथ श्वास लेने में दिक्कत होने लगी. बच्चे की ऐसी स्थिति को देखते हुए परिजन उसे तुरन्त पीएमसीएच की इमरजेन्सी में लेकर आए. इमरजेन्सी में कान, नाक एवं गला रोग विशेषज्ञ डॉ शिव कौशिक ने तुरन्त बच्चे की जांच करने पर पता चला कि बच्ची के दोनो फेफड़ों के बीच में श्वास नली में कुछ बीज जैसा फंसा हुआ है. जिसकी वजह से उसे श्वास लेने में तकलीफ हो रही है. बच्ची का तुरन्त ऑपरेशन करना जरूरी था. चिकित्सकों की टीम ने बिना समय गंवाए बच्ची की बॉन्कोस्कापी करने का निर्णय लिया एवं सफलता पूर्वक मक्के के दाने को निकाल लिया गया. इस सफल ऑपरेशन में कान, नाक एवं गला रोग विभाग के डॉ एसएस कौशिक, डॉ रिचा गुप्ता, डॉ प्रकाश औदित्य, डॉ समीर गोयल एवं टीम का सहयोग रहा.
मेडिकल चिकित्सा के क्षेत्र में लगातार उपलब्धियां हासिल कर रहे उदयपुर के भीलों का बेदला स्थित पेसिफिक मेडिकल कॉलेज एवं हॉस्पिटल के प्रसूति एवं स्त्री रोग विभाग में एक महिला ने तीन बच्चों को जन्म दिया। ये बच्चें गर्भावस्था के 34वें सप्ताह में नियत तारीख से 6 सप्ताह पहले समय से पहले पैदा हुए थे। प्रसूति एवं स्त्री रोग विभाग की विभागघ्यक्ष एवं ऑपरेटिंग सर्जन डॉ. राजरानी शर्मा ने बताया की पीएमसीएच में सिजेरियन सेक्शन द्वारा बिना किसी जटिलता के तीन बच्चों का जन्म हुआ। शिशुओं का वजन 1.84 किलोग्राम, 1.65 किलोग्राम और 1.49 किलोग्राम था। गर्भावस्था अत्यधिक जोखिमपूर्ण थी क्योंकि माँ गर्भकालीन मधुमेह,प्री एक्लम्पसिया,एनीमिया और हाइपोथायरायडिज्म का आदि समस्याओं से ग्रसित थी।
एक महिला को अपने जीवन मे कई सारे बदलावों का सामना करना पड़ता है। ऐसे में इस दौरान महिलाओं के स्वास्थ्य के प्रति जन जागरूकता लाने के मकसद से पेसिफिक मेडिकल काॅलेज एण्ड हास्पिटल के प्रसूति एवं स्त्री रोग विभाग की ओर से सुरक्षित मातृत्व,(प्रसव पूर्व एवं प्रसव उपरान्त) सर्वाइकल कैंसर, बांझपन और रजोनिवृत्ति जैसे विषयों पर पुस्तिकाओ का विमोचन पेसिफिक मेडिकल यूनिवर्सिटी, उदयपुर के चेयरपर्सन राहुल अग्रवाल,पीएमसीएच के एक्जिक्यूटिव डाॅयरेक्टर अमन अग्रवाल,प्रसूति एवं स्त्री रोग विभाग की विभागाध्यक्ष एवं वरिष्ठ प्रोफेसर डॉ. राजरानी शर्मा ने किया। विमोचन पर राहुल अग्रवाल ने कहा कि ये पुस्तिकाएं अस्पताल के प्रसवपूर्व,बांझपन और रजोनिवृत्ति क्लीनिकों में आने वाले मरीजों के बीच जागरूकता पैदा करने के लिए एक बड़ा कदम हैं।
महिलाओं में बच्चेदानी के मुॅह के यानि सर्विक्स कैंसर के इलाज में कारगार कोल्पोस्कॉपी पर पेसिफिक मेडिकल कॉलेज एवं हॉस्पिटल के स्त्री एवं प्रसूति रोग विभाग की ओर से एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया। कार्यशाला का उद्घाटन पीएमसीएच के चेयरमेन राहुल अग्रवाल,सीईओ शरद कोठारी,पीएमयू के वाइस चॉसलर डॉ.एम.एम.मंगल,एडवाईजर टू चेयरमेन डॉ.ए.पी.गुप्ता, पीएमसीएच के चिकित्सा अधीक्षक ब्रिगेडियर डॉ.आर.के. सिंह, अहमदाबाद की स्त्री रोग विशेषज्ञ एवं कैंसर सर्जन डॉ.अंजना चौहान, स्त्री रोग ऑन्कोलॉजिस्ट डॉ. रौनक भंसाली और स्त्री एवं प्रसूति रोग विभाग की विभागाध्यक्ष एवं वरिष्ठ स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉ.राजरानी शर्मा ने दीप प्रज्ज्वलन करके किया।
पेसिफिक मेडिकल कॉलेज एण्ड हॉस्पिटल के मेडिसिन विभाग ने लिवर एब्सेस से पीड़ित 41 वर्षीय मरीज के लिवर से एक लीटर से ज्यादा मवाद निकाल कर उसे भविष्य में होने वाले गंभीर बीमारी से बचाया। मरीज पिछले 6 महीने से छाती में दर्द, पेट दर्द, बुखार और पसीना आने की समस्या से पीड़ित था। डॉ. वीरेन्द्र गोयल की टीम ने रेडियोलॉजी विभाग की मदद से बिना ऑपरेशन किए मरीज के लिवर से पिगटेल नली लगाकर लगभग एक लीटर से अधिक मवाद निकाली गई। मरीज अभी पूरी तरह से स्वस्थ्य है एवं उसे छुट्टी दे दी गई है |
पेसिफिक मेडिकल कॉलेज एण्ड हॉस्पिटल एवं पेसिफिक कॉलेज ऑफ फिजियोथेरेपी के संयुक्त तत्वाधान में विश्व गुर्दा दिवस 14 मार्च 2024 के अवसर पर आमजन में जागरूकता लाने के लिए रन फोर किडनी एवं किडनी हैल्थ जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम संयोजक डॉ. मोहित नरेड़ी ने बताया कि इस जागरूकता कार्यक्रम की शुरुआत फतहसागर पर किडनी हेल्थ फोर ऑल थीम पर एक मैराथन दौड़ का आयोजन कर कि गई इस मैराथन दौड को पीएमसीएच के चेयरमैन राहुल अग्रवाल, ऐक्जिक्यूटिव डॉयरेक्टर अमन अग्रवाल, ने झण्डी दिखाकर रवाना किया
पेसिफिक मेडिकल कॉलेज एण्ड हॉस्पिटल के वक्ष एवं क्षय रोग विभाग के चिकित्सकों की टीम में 54वर्षीय महिला के फेफड़े में फंसे चने के दाल जैसे टुकडें को निकाल कर नया जीवन दिया।
पेसिफिक मेडिकल कॉलेज और हॉस्पिटल के बाल एवं शिशु रोग विभाग की ओर से एक दिवसीय बेसिक लाइफ सपोर्ट पाठ्यक्रम पर कार्यशाला आयोजित हुई। कार्यशाला का शुभारंभ अस्पताल के कार्यकारी निदेशक अमन अग्रवाल, सीईओ शरद कोठारी, प्रिसिंपल डॉ. एम.एम मंगल, चिकित्सा अधीक्षक डॉ. आर. के. सिंह, बाल एवं शिशु रोग विभाग के डॉ. सुधीर मावड़िया और आई.ए.पी उदयपुर के अध्यक्ष डॉ. भूपेश जैन ने किया |
Renowned motivational speaker, Mohan, is set to deliver a compelling lecture on the topic "Equality and Service: Essential Elements for Harmony in Life" at Pacific Medical College and Hospital (PMCH) in Udaipur on February 3rd. The event, scheduled for 10 am, will be inaugurated by Dr. M. M. Mangal, the principal of PMCH. Describing Mohan as a global humanist dedicated to promoting selflessness over selfishness across generations, Dr. Mangal emphasized Mohan's mission to instill compassion in the hearts of people. Mohan firmly believes that humanity is the best religion for mankind, and non-violence is the finest practice in thoughts, words, and actions.